
नमस्ते, मैं डॉ. सर्वेश गुप्ता,
आज मैं आप सभी से पिंक अक्टूबर के इस विशेष महीने के लगभग समापन पर, एक दिल को छू लेने वाली घटना और एक अटूट संकल्प साझा करना चाहता हूँ।
बीते कुछ दिनों पहले, कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल (KNMH), रीजनल कैंसर सेंटर, प्रयागराज में आयोजित स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम की सफलता ने मुझे अपार ऊर्जा दी है। यह सिर्फ एक इवेंट नहीं था, बल्कि मेरे विज़न “प्रारंभिक जांच से जीवन बचाओ” को ज़मीन पर उतारने की दिशा में एक बड़ा कदम था।

न्यूज़पेपर में प्रकाशित सत्य और हमारा सामूहिक उत्तरदायित्व
मुझे खुशी है कि हमारे इस प्रयास को स्थानीय मीडिया ने भी सराहा और प्रमुखता से प्रकाशित किया। आपने न्यूज़पेपर में पढ़ा होगा कि मैंने ज़ोर देकर कहा है: “जागरूकता के अभाव में स्तन कैंसर से हो रहीं अधिक मौतें।”
यह बात सिर्फ आंकड़े नहीं है; यह एक सर्जन के रूप में मेरे अनुभव का निचोड़ है। अक्सर, जब महिलाएं मेरे पास आती हैं, तो बीमारी काफी आगे बढ़ चुकी होती है। इसका कारण लाज-शर्म, जानकारी का अभाव या ‘थोड़ा और इंतज़ार’ करने की मानसिकता होती है। यह देख कर दुःख होता है कि जिस बीमारी का इलाज 90% से अधिक सफलता दर के साथ संभव है, उसे हम केवल संकोच के कारण घातक बनने देते हैं।
मेरा मानना है कि इस चुनौती का सामना करना हम सबकी सामूहिक ज़िम्मेदारी है।

KNMH में ‘पिंक टॉक’ के क्षण : सहयोग की शक्ति
13 अक्टूबर को KNMH में हुए कार्यक्रम में, मैंने ‘पिंक टॉक’ के माध्यम से न केवल जागरूकता फैलाई, बल्कि भावी पीढ़ी को सशक्त बनाने की दिशा में भी काम किया। मैंने रेजिडेंट्स और नर्सिंग स्टूडेंट्स के लिए क्लिनिकल ब्रेस्ट एग्ज़ामिनेशन (CBE) वर्कशॉप का आयोजन किया। मेरा उद्देश्य स्पष्ट था:
“हमें केवल इलाज करने वाले डॉक्टर नहीं, बल्कि जागरूकता फैलाने वाले योद्धा भी तैयार करने होंगे। हर नर्सिंग स्टूडेंट और डॉक्टर को यह पता होना चाहिए कि शुरुआती लक्षण कैसे पहचानें, क्योंकि वे ही मरीज़ों के पहले संपर्क सूत्र होते हैं।”
इस पूरे आयोजन की सफलता का श्रेय मेरे मार्गदर्शकों, सहकर्मियों और सहयोगियों को जाता है। मैं अत्यंत कृतज्ञ हूँ:
- मेरे सीनियर्स, सहकर्मियों, जूनियर्स को उनके मार्गदर्शन और उपस्थिति के लिए।
- नर्सिंग स्टाफ और प्रशासनिक कर्मियों को, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सुचारू रूप से चलाने में हर संभव सहयोग दिया।
- ABSI (एसोसिएशन ऑफ ब्रेस्ट सर्जन्स ऑफ इंडिया) के कार्यों को हाईलाइट करने का अवसर मिला, जिससे हमें यह समझने में मदद मिलती है कि हम राष्ट्रीय स्तर पर कैसे स्तन कैंसर देखभाल में सुधार कर रहे हैं।
यह सहयोग दिखाता है कि प्रयागराज में विशेषज्ञ चिकित्सा समुदाय महिलाओं के स्वास्थ्य को कितनी गंभीरता से ले रहा है।

हमारा संकल्प : जीवन आशा और पिंक कैंपेन
पिंक अक्टूबर समाप्त होने वाला है, लेकिन जागरूकता का हमारा अभियान नहीं। मेरी समर्पित स्तन विशेषता क्लिनिक, जीवन आशा क्लिनिक का उद्देश्य ही प्रयागराज की महिलाओं को यह विश्वास दिलाना है कि उनके स्तन स्वास्थ्य से जुड़ी हर चिंता का विशेषज्ञ समाधान उपलब्ध है।
चाहे वह मास्टाल्जिया (स्तन में दर्द) हो, सौम्य गांठ हो, या कैंसर की आशंका – हमारा पूरा ध्यान आपको ऑनकोप्लास्टी सर्जरी और व्यापक कैंसर देखभाल प्रदान करने के साथ-साथ सही परामर्श देने पर है।
हमारा “जीवन आशा पिंक कैंपेन” इसी संकल्प को आगे बढ़ाएगा। हम जागरूकता को सिर्फ अक्टूबर तक सीमित नहीं रखेंगे, बल्कि इसे एक वर्षव्यापी मिशन बनाएंगे।
मेरा व्यक्तिगत अनुरोध
जैसा कि न्यूज़पेपर में प्रकाशित हुआ, समस्या जागरूकता के अभाव में है।
इसलिए, मेरा आपसे व्यक्तिगत अनुरोध है: समय पर परामर्श लें (So Consult Early)। अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। अपने परिवार और दोस्तों को भी प्रोत्साहित करें। एक मिनट की जागरूकता, पाँच साल के जीवन को सुरक्षित कर सकती है।
मैं अपने सभी सहयोगियों और स्थानीय मीडिया का एक बार फिर धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने इस महत्वपूर्ण संदेश को जन-जन तक पहुँचाया। 🙏
स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें और जीवन में आशा बनाए रखें। डॉ. सर्वेश गुप्ता कंसल्टेंट सर्जन, जीवन आशा क्लिनिक, प्रयागराज


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