DR. SARVESH GUPTA

गुलाबी माह (#PinkOctoberMonth) की पुकार: जागरूकता की शक्ति से स्तन कैंसर को हराना – डॉ. सर्वेश गुप्ता का व्यक्तिगत आह्वान

लेखक: डॉ. सर्वेश गुप्ता, कंसल्टेंट सर्जन, जीवन आशा क्लिनिक

अक्टूबर का महीना, जिसे हम वैश्विक स्तर पर ‘पिंक अक्टूबर’ के रूप में मनाते हैं, मेरे और मेरे जैसे हर स्तन स्वास्थ्य विशेषज्ञ के लिए सिर्फ एक महीना नहीं, बल्कि एक आवाहन है। यह हमें याद दिलाता है कि हर साल लाखों जिंदगियाँ सिर्फ इसलिए दांव पर लग जाती हैं, क्योंकि हम एक आवश्यक स्वास्थ्य मुद्दे पर चुप्पी साध लेते हैं।

मैं, डॉ. सर्वेश गुप्ता, प्रयागराज की पहली समर्पित स्तन विशेषता क्लिनिक (Dedicated Breast Speciality Clinic) के माध्यम से, आप सभी से व्यक्तिगत रूप से यह अपील करता हूँ कि आइए, इस पिंक मंथ में हम सब मिलकर उस जागरूकता की लौ जलाएं जो स्तन कैंसर के अंधेरे को दूर कर सकती है।

"प्रयागराज कैंसर मरीजों पर दैनिक जागरण की रिपोर्ट - 2025"

भारत की कड़वी सच्चाई : नंबर 1 कैंसर और 50% मृत्यु दर

आज भारत में स्तन कैंसर महिलाओं को प्रभावित करने वाला नंबर 1 कैंसर है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका पता यदि समय पर चल जाए, तो इसे 90% से अधिक मामलों में सफलतापूर्वक नियंत्रित किया जा सकता है। फिर भी, हमारे देश में स्तन कैंसर से निदान की गई लगभग हर दो महिलाओं में से एक की मृत्यु हो जाती है।

यह आंकड़ा केवल एक संख्या नहीं है; यह सामाजिक झिझक, डर, और ‘लाज-शर्म’ की एक दर्दनाक कहानी है। अक्सर महिलाएं लक्षणों को नजरअंदाज करती हैं या उन्हें सामान्य मानकर डॉक्टर से सलाह लेने में देरी करती हैं। यही देरी बीमारी को उस चरण में ले जाती है, जहाँ उपचार अधिक कठिन और कम प्रभावी हो जाता है। मेरा मानना है कि जागरूकता का अभाव ही हमारी सबसे बड़ी चुनौती है, और इसे दूर करना ही हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।

कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल में ‘पिंक टॉक’ : एक महत्वपूर्ण कदम

जागरूकता को मुख्यधारा में लाने के इसी प्रयास के तहत, हमें कमला नेहरू मेमोरियल हॉस्पिटल (KNMH), क्षेत्रीय कैंसर केंद्र, प्रयागराज के साथ सहयोग करने का अवसर मिला। 13 अक्टूबर 2025 को आयोजित ‘ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता सत्र’ में, मैंने ‘पिंक व्याख्यान’ दिया, जिसका केंद्रीय विषय था: “जागरूकता की कमी से बढ़ती मृत्यु दर को कैसे रोकें।”

मेरा ध्यान केवल आंकड़ों पर नहीं था, बल्कि व्यावहारिक समाधानों पर था। मैंने नर्सिंग स्टूडेंट्स और रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए एक क्लिनिकल ब्रेस्ट एग्ज़ामिनेशन (CBE) वर्कशॉप भी आयोजित की, ताकि वे प्रारंभिक जांच की तकनीक को सटीकता से सीख सकें। मेरा मानना है कि हर स्वास्थ्यकर्मी को यह समझना चाहिए कि स्तन कैंसर का मुकाबला केवल सर्जरी से नहीं, बल्कि सशक्तिकरण और शुरुआती पहचान से होता है।

इस कार्यक्रम में KNMH के वरिष्ठ विशेषज्ञों की उपस्थिति ने इस बात को प्रमाणित किया कि हम सामूहिक रूप से स्तन कैंसर के विरुद्ध इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। KNMH का ‘Every Story is Unique, Every Journey Matters’ विषय इस बात पर ज़ोर देता है कि हमें हर मरीज़ की कहानी को सुनना होगा और उसकी यात्रा में उसका साथ देना होगा।

जीवन आशा : प्रयागराज की पहली समर्पित पहल

मैंने प्रयागराज की पहली समर्पित स्तन विशेषता क्लिनिक की स्थापना, जीवन आशा क्लिनिक के माध्यम से, इसी विज़न को आगे बढ़ाने के लिए की है। यहाँ हमारा ध्यान केवल कैंसर के उन्नत उपचार, ओंकोप्लास्टी सर्जरी, और बायोप्सी पर ही नहीं है, बल्कि परामर्श (Counselling), स्क्रीनिंग, मास्टाल्जिया (स्तन में दर्द) और सौम्य स्तन रोगों के प्रबंधन पर भी है। हम चाहते हैं कि महिलाओं को स्तन स्वास्थ्य संबंधी हर समस्या के लिए एक सुरक्षित, गोपनीय और विशेषज्ञ केंद्र मिले।

और हाँ! मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि इस जागरूकता की अलख को और व्यापक बनाने के लिए हमने हाल ही में “जीवन आशा पिंक कैंपेन” (Jeevan Asha Pink Campaign) की शुरुआत भी की है। यह कैंपेन हमारे जागरूकता के प्रयासों को समुदायों तक ले जाएगा, ताकि कोई भी महिला केवल जानकारी के अभाव में अपने स्वास्थ्य को खतरे में न डाले।

मेरा आह्वान : ‘So Consult Early’ (तो जल्दी परामर्श लें)

  1. स्तन कैंसर का इलाज संभव है, बशर्ते यह समय पर हो। मेरी आप सभी से विनम्र अपील है कि:
  2. अपने शरीर को जानें: मासिक स्वयं-स्तन परीक्षण (Self-Breast Examination) करें।
  3. लक्षणों को अनदेखा न करें: गांठ, त्वचा में बदलाव, या निप्पल से स्राव होने पर तुरंत सलाह लें।

संकोच छोड़ें : अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। शर्म या डर को अपने जीवन के आड़े न आने दें।

याद रखें, जागरूकता हमारा सबसे बड़ा हथियार है, और प्रारंभिक जांच ही जीवन रक्षक कवच है। आइए, इस पिंक मंथ में हम सब एक साथ खड़े हों और स्तन कैंसर के खिलाफ़ जीत हासिल करें।

आपका स्वास्थ्य ही आपकी आशा है। इसे सुरक्षित रखें।

डॉ. सर्वेश गुप्ता जीवन आशा क्लिनिक, 331, मुट्ठीगंज (लैइया मंडी के पास), प्रयागराज