हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इसके उपचार में सुधार लाना और इस बीमारी से जुड़े मिथकों को दूर करना है। यह दिन न केवल कैंसर रोगियों और उनके परिवारों के लिए जागरूकता बढ़ाने का अवसर है, बल्कि चिकित्सा विशेषज्ञों के योगदान को भी सम्मान देने का दिन है।
मैं, डॉ. सर्वेश गुप्ता, कमला नेहरू मेमोरियल हाॅस्पिटल, क्षेत्रीय कैंसर केन्द्र, प्रयागराज में कंसल्टेंट, कैंसर सर्जरी विभाग के रूप में कार्यरत हूं। मेरा उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इसके रोकथाम और आधुनिकतम उपचार पद्धतियों के माध्यम से रोगियों की मदद करना है। मैंने M.B.B.S., M.S. (IPGMER, KOLKATA), FMAS, FACRSI Surgical Oncology (CNCI, KOLKATA) की शिक्षा प्राप्त की है और कैंसर, जनरल, लेप्रोस्कोपी, एवं ब्रेस्ट कैंसर सर्जरी के क्षेत्र में कार्यरत हूं। मेरी यही कोशिश रहती है कि कैंसर मरीजों को सही समय पर निदान और समुचित उपचार मिल सके, ताकि उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके।
विश्व कैंसर दिवस क्यों मनाया जाता है?
विश्व कैंसर दिवस की शुरुआत Union for International Cancer Control (UICC) द्वारा वर्ष 2000 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य कैंसर के मामलों को कम करना, मरीजों के जीवन को बेहतर बनाना और इस बीमारी के खिलाफ वैश्विक प्रयासों को मजबूत करना है। कैंसर से होने वाली मौतों को कम करने के लिए सरकारों और संगठनों को ठोस कदम उठाने के लिए प्रेरित करना भी इस दिवस का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है।
कैंसर – एक गंभीर वैश्विक समस्या
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर (गांठ) का निर्माण कर सकती हैं। यह बीमारी किसी भी अंग को प्रभावित कर सकती है और समय पर पहचान और सही उपचार न मिलने पर जानलेवा साबित हो सकती है।
कैंसर के सामान्य प्रकार
- स्तन कैंसर (Breast Cancer)
- फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer)
- गर्भाशय कैंसर (Cervical Cancer)
- कोलन कैंसर (Colon Cancer)
- त्वचा कैंसर (Skin Cancer)
- प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer)
- मस्तिष्क कैंसर (Brain Cancer)
कैंसर के प्रमुख लक्षण
- शरीर में बिना कारण गांठ या सूजन
- लंबे समय तक ठीक न होने वाला घाव
- अचानक वजन घटना
- लगातार थकान या कमजोरी
- अपच या निगलने में कठिनाई
- लंबे समय तक रहने वाली खांसी या स्वरभंग
- मल-मूत्र में खून आना
कैंसर से बचाव और रोकथाम
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना
- धूम्रपान और शराब से बचें – तंबाकू और अल्कोहल के सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ता है।
- स्वस्थ आहार लें – ताजे फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त आहार लें।
- नियमित व्यायाम करें – शारीरिक सक्रियता से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है।
- सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव करें – अत्यधिक धूप में जाने से त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
- समय-समय पर स्वास्थ्य जांच कराएं – नियमित मेडिकल चेकअप और कैंसर की प्रारंभिक जांच समय पर इलाज के लिए आवश्यक है।
कैंसर का इलाज
कैंसर का उपचार उसके प्रकार और चरण (Stage) पर निर्भर करता है। प्रमुख उपचार विधियाँ इस प्रकार हैं:
- सर्जरी (Surgery) – कैंसरग्रस्त ऊतक को शरीर से निकाल दिया जाता है।
- कीमोथेरेपी (Chemotherapy) – कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है।
- रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy) – उच्च ऊर्जा किरणों से कैंसर कोशिकाओं को मारा जाता है।
- इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) – शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर से लड़ने में सक्षम बनाया जाता है।
- टार्गेटेड थेरेपी (Targeted Therapy) – विशेष प्रकार की दवाओं द्वारा कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाया जाता है।
कैंसर मरीजों के लिए समर्थन और देखभाल
कैंसर सिर्फ एक शारीरिक बीमारी नहीं है, यह मानसिक और भावनात्मक रूप से भी मरीज को प्रभावित करता है। मरीजों के लिए सहयोग और समर्थन अत्यंत आवश्यक होता है:
- परिवार और दोस्तों का सहयोग
- समाज और स्वयंसेवी संस्थाओं की सहायता
- मानसिक स्वास्थ्य सेवाएँ और परामर्श
- पोषण और जीवनशैली में सुधार के लिए मार्गदर्शन
विश्व कैंसर दिवस हमें यह याद दिलाता है कि कैंसर से बचाव संभव है और इसके प्रति जागरूकता ही बचाव का सबसे बड़ा हथियार है। सही जीवनशैली अपनाकर, नियमित जांच कराकर और जागरूक रहकर हम कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। यह दिन डॉक्टरों, शोधकर्ताओं, मरीजों और उनके परिवारों के योगदान को सम्मानित करने का भी अवसर है।
मैं, डॉ. सर्वेश गुप्ता, इस दिशा में अपना योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हूं और मेरा प्रयास है कि कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाई जाए और अधिक से अधिक लोगों तक सही जानकारी पहुंचे।
आइए, इस विश्व कैंसर दिवस पर हम सब मिलकर इस बीमारी के खिलाफ जागरूकता फैलाने और इसे हराने का संकल्प लें।
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