कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसके बारे में कई गलतफहमियां फैली हुई हैं। ये मिथक लोगों को डरा सकते हैं और उन्हें इलाज करवाने से रोक सकते हैं।
इस लेख में, डॉ. सर्वेश गुप्ता, एक प्रसिद्ध कैंसर सर्जन, कुछ आम कैंसर मिथकों और उनके सच के बारे में जानकारी देते हैं।
मिथक 1 : कैंसर हमेशा जानलेवा होता है।
सच: यह सच नहीं है। कई प्रकार के कैंसर होते हैं, जिनमें से कुछ का इलाज सफलतापूर्वक किया जा सकता है। समय पर पता लगने और सही इलाज से कैंसर को हराया जा सकता है।
मिथक 2 : कैंसर छूने से फैलता है।
सच: यह गलत है। कैंसर छूने से नहीं फैलता है। यह एक जटिल बीमारी है जो कोशिकाओं में डीएनए क्षति के कारण होती है।
मिथक 3 : कैंसर के लिए कोई लक्षण नहीं होते हैं।
सच: यह सच नहीं है। कैंसर के कई लक्षण होते हैं, जैसे कि गांठ, थकान, वजन घटना, भूख न लगना, और दर्द। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
मिथक 4 : कैंसर का इलाज बहुत दर्दनाक होता है।
सच: यह हमेशा सच नहीं होता है। कैंसर के इलाज के कई तरीके हैं, जिनमें से कुछ दर्दनाक हो सकते हैं, लेकिन दर्द प्रबंधन तकनीकों से इनका प्रभावी ढंग से प्रबंधन किया जा सकता है।
मिथक 5 : कैंसर रोगी सामान्य जीवन नहीं जी सकते हैं।
सच: यह गलत है। कैंसर से बचे हुए कई लोग स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीते हैं। इलाज के बाद, वे काम पर लौट सकते हैं, परिवार के साथ समय बिता सकते हैं, और अपनी पसंद की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
डॉ. सर्वेश गुप्ता का कहना है कि “कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना और गलतफहमियों को दूर करना महत्वपूर्ण है। यदि आपको कैंसर का डर है, तो डॉक्टर से सलाह लें। जल्दी पता लगाना और इलाज कैंसर को हराने की कुंजी है।”
यह भी याद रखें:
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। इसमें धूम्रपान न करना, स्वस्थ भोजन खाना, नियमित रूप से व्यायाम करना और स्वस्थ वजन बनाए रखना शामिल है।
- नियमित रूप से कैंसर की जांच करवाएं, खासकर यदि आप उच्च जोखिम वाले समूह में हैं।
कैंसर से डरें नहीं, जागरूक बनें और जिएं एक स्वस्थ जीवन!
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