कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन जल्दी पता लगाने पर इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। यही कारण है कि कैंसर स्क्रीनिंग इतनी महत्वपूर्ण है। स्क्रीनिंग के माध्यम से हम कैंसर का पता उससे पहले लगा सकते हैं जब इसके कोई लक्षण दिखाई देते हैं।
डॉ. सर्वेश गुप्ता, एक जाने-माने कैंसर सर्जन और स्तन कैंसर विशेषज्ञ के अनुसार, “कैंसर स्क्रीनिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से हम कैंसर का पता लगाने के लिए विभिन्न टेस्ट और जांच करते हैं। ये टेस्ट हमें कैंसर का पता लगाने में मदद करते हैं जब वह अभी शुरुआती अवस्था में होता है और इसका इलाज करना आसान होता है।”
कैंसर स्क्रीनिंग के प्रकार
कैंसर स्क्रीनिंग के लिए कई तरह के टेस्ट और जांच किए जाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख टेस्ट हैं:
- मैमोग्राफी: यह स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए सबसे आम स्क्रीनिंग टेस्ट है। इसमें एक्स-रे मशीन का उपयोग करके स्तन की तस्वीरें ली जाती हैं।
- पैप स्मीयर: यह गर्भाशय के मुंह के कैंसर का पता लगाने के लिए किया जाता है।
- कोलोनोस्कोपी: यह बड़ी आंत के कैंसर का पता लगाने के लिए किया जाता है।
- पीएसए टेस्ट: यह प्रोस्टेट कैंसर का पता लगाने के लिए किया जाता है।
- ब्लड टेस्ट: कुछ प्रकार के कैंसर का पता लगाने के लिए ब्लड टेस्ट भी किए जाते हैं।
कैंसर स्क्रीनिंग क्यों महत्वपूर्ण है?
- जल्दी पता लगाना: स्क्रीनिंग से कैंसर का पता उससे पहले लगाया जा सकता है जब इसके कोई लक्षण दिखाई देते हैं।
- इलाज में आसानी: शुरुआती अवस्था में कैंसर का इलाज करना आसान होता है।
- मृत्यु दर में कमी: स्क्रीनिंग से कैंसर से होने वाली मौतों की संख्या में कमी आ सकती है।
डॉ. सर्वेश गुप्ता का दृष्टिकोण
डॉ. सर्वेश गुप्ता के अनुसार, “हर व्यक्ति को नियमित रूप से कैंसर स्क्रीनिंग करवानी चाहिए। खासकर उन लोगों को जो कैंसर के खतरे में हैं।”
कौन से लोग कैंसर के खतरे में हैं?
- जिनके परिवार में कैंसर का इतिहास रहा हो।
- जो धूम्रपान करते हैं।
- जो अधिक शराब पीते हैं।
- जो अस्वस्थ जीवनशैली जीते हैं।
- जिनकी उम्र अधिक है।
कैंसर स्क्रीनिंग के फायदे और नुकसान
फायदे
- कैंसर का जल्दी पता लगाना।
- इलाज में आसानी।
- मृत्यु दर में कमी।
नुकसान
- कुछ स्क्रीनिंग टेस्टों में दर्द हो सकता है।
- कुछ टेस्टों में गलत परिणाम आ सकते हैं।
- कुछ स्क्रीनिंग टेस्टों की लागत अधिक होती है।
कैंसर स्क्रीनिंग एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो हमें कैंसर से लड़ने में मदद कर सकता है। डॉ. सर्वेश गुप्ता की सलाह है कि हम सभी को नियमित रूप से कैंसर स्क्रीनिंग करवानी चाहिए।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से दी गई है और इसे किसी भी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए, कृपया अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
keywords: कैंसर स्क्रीनिंग, कैंसर टेस्ट, डॉ. सर्वेश गुप्ता, कैंसर सर्जन, स्तन कैंसर, मैमोग्राफी
Leave a Reply