DR. SARVESH GUPTA

स्वयं-जाँच : 5 मिनट जो आपका जीवन बचा सकते हैं! पिंक मंथ में डॉ. सर्वेश गुप्ता

नमस्ते, मैं डॉ. सर्वेश गुप्ता,

आज, जब पिंक अक्टूबर अपने समापन की ओर है, मैं आपसे किसी लंबी-चौड़ी बात के बजाय, एक सीधी और जीवन रक्षक कार्रवाई की अपील करने आया हूँ।

मैंने पिछले दिनों KNMH जैसे महत्वपूर्ण मंचों से यही संदेश दोहराया है कि स्तन कैंसर से मृत्यु का सबसे बड़ा कारण जाँच में देरी है। जागरूकता अपनी जगह है, लेकिन जब तक आप सक्रिय रूप से अपने शरीर के प्रति जागरूक नहीं होंगी, यह लड़ाई अधूरी है।

इसीलिए, मैं आपको स्वयं-जाँच (Breast Self-Examination – BSE) के महत्व को समझाना चाहता हूँ। यह केवल 5 मिनट का समर्पण है जो आपकी ज़िंदगी बचा सकता है।

खुद से किया गया प्यार, जाँच से शुरू होता है।

यह केवल एक मेडिकल प्रक्रिया नहीं है, बल्कि आपके और आपके शरीर के बीच का एक व्यक्तिगत संवाद है। कोई भी बाहरी डॉक्टर आपके शरीर को आपसे बेहतर नहीं जान सकता। स्वयं-जाँच आपको यह जानने में मदद करती है कि आपके स्तन ‘सामान्य’ रूप से कैसे दिखते और महसूस होते हैं, ताकि कोई भी ‘असामान्य’ बदलाव तुरंत पकड़ में आ जाए।

याद रखें, खुद से किया गया प्यार, जाँच से शुरू होता है!

स्वयं-जाँच के 5 आसान, जीवन रक्षक स्टेप्स

यह प्रक्रिया बेहद सरल है और आपको इसे मासिक धर्म के समाप्त होने के बाद हर महीने करना चाहिए। यदि आप मेनोपॉज में हैं, तो महीने की एक निश्चित तारीख (जैसे हर महीने की पहली तारीख) तय कर लें।

स्वयं-जाँच के 5 आसान, जीवन रक्षक स्टेप्स
क्रम चरण (Step) क्यों ज़रूरी है? (डॉ. गुप्ता की ओर से)
1. शीशे के सामने देखें **पहला बदलाव: आँख से पहचानिए।** कपड़े उतारकर, अपने हाथ कमर पर रखकर और फिर सिर के ऊपर उठाकर स्तनों के आकार, आकृति, त्वचा की बनावट या निप्पल में किसी भी खिंचाव या बदलाव को देखें।
2. लेटकर महसूस करें **गहरी जांच: गांठ को पकड़िए।** अपनी पीठ के बल लेट जाएँ और दाएँ स्तन की जाँच के लिए बाएँ हाथ की तीन उँगलियों का उपयोग करें। स्तनों को छोटे-छोटे, गोलाकार गतियों में महसूस करें, हल्के से शुरू करके गहराई तक।
3. ऊपर-नीचे और गोल गति **पूरे क्षेत्र को कवर करें।** जाँच को निप्पल से शुरू करके, छाती की हड्डी से लेकर बगल (Underarm) तक और कॉलर बोन से लेकर नीचे की पसली तक ले जाएँ। कोई भी अनियमित मोटाई या गांठ महसूस न हो, इसे सुनिश्चित करें।
4. निप्पल की जाँच **स्राव की पहचान।** निप्पल को धीरे से दबाकर देखें कि कोई असामान्य स्राव (Discharge) तो नहीं हो रहा है, खासकर अगर वह रक्त जैसा या साफ हो।
5. बगल (Underarm) की जाँच **लिम्फ नोड्स को न भूलें।** बगल में भी गांठें या सूजन हो सकती है। बगल के क्षेत्र को भी अच्छे से महसूस करें।

मेरा अंतिम आह्वान: कल नहीं, आज ही परामर्श लें!

स्तन कैंसर की लड़ाई में, सूचना और कार्रवाई के बीच का अंतराल ही मौत का कारण बनता है। यदि स्वयं-जाँच के दौरान आपको कोई गांठ, सूजन, त्वचा में कोई डिंपल पड़ना, या निप्पल में कोई बदलाव महसूस होता है—तो डरें नहीं, बल्कि सक्रिय बनें!

याद रखें, हर गांठ कैंसर नहीं होती (Benign Breast Diseases), लेकिन हर गांठ को विशेषज्ञ की सलाह की आवश्यकता होती है।

“यदि आपको कुछ भी असामान्य लगता है, तो कल नहीं, आज ही जीवन आशा क्लिनिक में परामर्श लें।”

पिंक मंथ खत्म हो रहा है, लेकिन आपके स्वास्थ्य की देखभाल का मौका नहीं। अपनी जिंदगी को सबसे ऊपर रखें।

डॉ. सर्वेश गुप्ता कंसल्टेंट सर्जन, जीवन आशा क्लिनिक, प्रयागराज