नमस्कार !
मैं डॉ. सर्वेश गुप्ता , एक कैंसर सर्जन हूँ । आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, मैं योग और ध्यान के बारे में बात करना चाहता हूँ, और कैसे ये कैंसर जैसी बीमारी से लड़ने में मदद कर सकते हैं। इस विषय पर प्रकाश डालने का एक प्रयास करने जा रहा हूं। हालांकि, मैं मेरा प्राकृतिक चिकित्सा के विषय पर कहना थोड़ा अटपटा सा लग सकता है, लेकिन फिर भी प्राप्त जानकारी और अध्ययन व मरीज़ों के ऊपर इसका साकारात्मक प्रभाव देखने सुनने के बाद अपनी ओर से इस विषय पर प्रकाश डालने का प्रयत्न करूंगा।
योग और ध्यान के लाभ
1. तनाव कम करते हैं
तनाव कैंसर के विकास और प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। योग और ध्यान तनाव हार्मोन के स्तर को कम करने में मदद करते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है और कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मदद करता है।
2. दर्द कम करते हैं
कैंसर के रोगी अक्सर दर्द का अनुभव करते हैं। योग और ध्यान दर्द को कम करने और दर्द निवारक दवाओं की आवश्यकता को कम करने में मदद कर सकते हैं।
3. थकान कम करते हैं
कैंसर के रोगी अक्सर थकान का अनुभव करते हैं। योग और ध्यान ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने और थकान को कम करने में मदद कर सकते हैं।
4. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं
कैंसर के रोगी अक्सर चिंता और अवसाद का अनुभव करते हैं। योग और ध्यान मन को शांत करने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
5. जीवन की गुणवत्ता में सुधार करते हैं
योग और ध्यान कैंसर के रोगियों को तनाव, दर्द, थकान, चिंता और अवसाद से बेहतर तरीके से निपटने में मदद कर सकते हैं, जिससे जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है।
योग और ध्यान कैंसर के इलाज में कैसे मदद कर सकते हैं
1. रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करते हैं
योग और ध्यान रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करके कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में शरीर की क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
2. दुष्प्रभावों को कम करते हैं
योग और ध्यान कैंसर के इलाज के दुष्प्रभावों, जैसे – थकान, दर्द और मतली को कम करने में मदद कर सकते हैं।
3. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं
योग और ध्यान कैंसर के रोगियों को तनाव, चिंता और अवसाद से बेहतर तरीके से निपटने में मदद कर सकते हैं, जो इलाज के प्रति उनकी प्रतिक्रिया को बेहतर बना सकता है।
कैंसर के रोगियों के लिए योग और ध्यान युक्तियाँ
1. धीरे-धीरे शुरू करें
यदि आप नए हैं, तो छोटे और सरल योग आसनों और ध्यान अभ्यासों से शुरुआत करें।
2. नियमित रूप से अभ्यास करें
सप्ताह में कम से कम 3-4 बार योग और ध्यान का अभ्यास करने का लक्ष्य रखें।
3. एक योग शिक्षक या ध्यान गुरु से सलाह लें
यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो योग और ध्यान शुरू करने से पहले एक योग शिक्षक या ध्यान गुरु से सलाह लें।
4. अपने डॉक्टर से बात करें
यदि आप कैंसर का इलाज करवा रहे हैं, तो योग और ध्यान शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
योग और ध्यान कैंसर के रोगियों के लिए स्वास्थ्य में सुधार और बीमारी का सामना करने का एक सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। यदि आप कैंसर से जूझ रहे हैं, तो योग और ध्यान को अपने जीवन में शामिल करने पर विचार करें।
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